लेखक की कलम से

नर मुंडो की माला …

नर मुंडो की माला पहने माता खप्पर वाली हैं
दुष्टों को दंडित करती रहती ये माता काली हैं
दिब्य रुप धारण करके भक्तों को दर्शन देती हैं
काल भैरवी बनकर पापी जन का मर्दन करती हैं
शरण मे आते जो उनकी करती हरदम रखवाली हैं
नर ,,,,,,,,,

आदि शक्ति देवी की अद्भुत शक्ति लोक में छाईं हैं
देव मनुज किन्नर सबनें महिमा इनकी ही गाई है
कष्टों से छुटकारा देकर खुशियां देने वाली हैं
नर,,,,,,

भक्तों की सुनकर पुकार मां दौड़े दौड़े आती है
पुत्र समझकर करुणा करके दुख सारा हर जाती है
मां की महिमा जग में फैली देखो सबसे न्यारी है
नर,,,,,,,,

 

 

©क्षमा द्विवेदी, प्रयागराज                

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