छत्तीसगढ़रायपुर

छत्तीसगढ़ी को पूर्ण राजभाषा का दर्जा देने एमए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन और मोर चिन्हारी संस्था ने उठाई मांग…

रायपुर. छत्तीसगढ़ी रोजगार की भाषा बने. इन सभी एजेंडों को लेकर एमए छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारी छात्र, मोर चिन्हॉरी संस्था की टीम, भाषा प्रेमी, साहित्यकार, यूटुबर, पत्रकार लोग एक साथ एकत्र होकर छत्तीसगढ़ी के लिए आवाज उठाएंगे. गैरतलब है कि राज्य बने 23 वर्ष हो गए, लेकिन अभी तक छत्तीसगढ़ी भाषा को वो सम्मान नहीं मिल पाया है जिसके हक़दार हैं. यह अलग बात है कि तत्कालीन रमन सिंह की सरकार ने 2007 मे विधिवत रूप से इसे राजभाषा का दर्जा दिया था पर यह भाषा सिर्फ कागजों में ही राजभाषा का दर्जा प्रदान है.

छत्तीसगढ़ी को पूर्ण राजभाषा का दर्जा दिलाने छत्तीसगढ़ी जुराव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. एमए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन और मोर चिन्हारी छत्तीसगढ़ी के सयुंक्त तत्वाधान में रायपुर के घड़ी चौक स्थित छत्तीसगढ़ महतारी के प्रतिमा के पास आज सुबह छत्तीसगढ़ी जुराव कार्यक्रम हुआ. संगठन के अध्यक्ष ऋतुराज साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ी को पूर्ण राजभाषा का दर्जा दिलाने,

सभी मंत्री और विधायकों को राजभाषा छत्तीसगढ़ी मे शपथ लेने के लिए प्रेरित करने, नयी शिक्षा नीति को राज्य मे लागू कर स्थानीय छत्तीसगढ़ी भाषा को लागू करने, सरकारी विभागों मे छत्तीसगढ़ी भाषा मे काम हो, विधानसभा की कार्यवाही राजभाषा छत्तीसगढ़ी में सपन्न हो, इसके लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया.

उन्होंने कहा, पूर्ण रूप से इसे भाषाई दर्जा प्रदान करवाने के लिए एमए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन लगातार लड़ाई लड़ रहा है. इसी कड़ी में ही उक्त आयोजन किया जा रहा है. ऋतुराज साहू ने ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को उपस्थित होने का आग्रह किया है, ताकि एक साथ मिलकर अपनी भाषा के लिए आवाज बुलंद किया जा सके.

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