लेखक की कलम से

जोगीरा सा रर …

मोदी जी ममता को घेरें

ओवैसी भी उनको पेरें

अबकी बढ़ी अजब होवेगी

जे चुनावी जंग

जोगिरा सारा र ।

साल भर से घर पे बैठे

हाथ पांव सब ऐंठे ऐंठे

मुँह में मास्क हाथ मे साबुन

कहा चढ़े है रंग

जोगीरा सारा र

होली मईया भगाओ कोरोना

कर लो कोई जादू टोना

सब मिलके भांग घोटेंगे

चढ़ जाए सबपे तरंग

जोगीरा सारा र ।

राहुल बाबा अब तो समहलो

अध्यक्ष पद पर फिर से जमलो

सत्ता की डोरी पकड़ लो

न तो कट जाएगी पतंग

जोगीरा सा र र

छत्तीसगढ़ीया सबले बढ़िया

चुना मिट्टी पानी खड़िया

महुआ की चढ़ जाए हड़िया

दिल्ली बुलेटिन संग

जोगीरा सा रर …

 

©वैशाली सोनवलकर, मुंबई               

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