लेखक की कलम से

ज़िन्दगी के सफर में ….

 

ज़िन्दगी का सफर इतना आसान नहीं होता,

कभी जीवन में उजाला तो कभी जीवन में अँधियारा मिलता है,

कभी राहों में फूल तो कभी  कांटे मिलते है,

कभी सफर में किसी का साथ नसीब होता है,

तो कभी किसी के हिस्से में सिर्फ तन्हाई आती है

कभी ज़िन्दगी किसी को सब कुछ दे जाती है,

तो कभी कभी किसी का सब कुछ ले जाती है

कभी किसी को मौके तो

किसी को धोके देती है,

ये ज़िन्दगी

किसी को सुख तो किसी को सिर्फ दुःख देती है ये ज़िन्दगी

इसलिए जरूरी है कि हम ज़िन्दगी को खुल कर जीना सीख ले,

क्यूंकि जीवन का सफर इतना आसान नहीं होता!

 

 

©सब्बी अंसारी, भागलपुर, बिहार    

परिचय– बीएससी मैथ्स ऑनर्स, लेखन में रूचि, संकलन- ‘शख्सियत” और “नारी एक सम्मान” व समाजसेविका.

Back to top button