नई दिल्ली

‘मन की बात’ में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- आधुनिक खेती को अपनाना ही होगा…

नई दिल्ली (पंकज यादव) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात के जरिए राष्ट्र को संबोधित किया। पीएम मोदी के मन की बात का यह 75वीं संस्करण था। जिसमें पीएम मोदी ने कई अहम बातें कहीं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले वर्ष ये मार्च का ही महीना था, देश ने पहली बार जनता कर्फ्यू शब्द सुना था। लेकिन इस महान देश की महान प्रजा की महाशक्ति का अनुभव देखिये, जनता कर्फ्यू पूरे विश्व के लिए एक अचरज बन गया था। अनुशासन का ये अभूतपूर्व उदाहरण था, आने वाली पीढ़ियां इस एक बात को लेकर के जरूर गर्व करेगी। नीचें पढ़ें पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम की अहम बातें-

अमृत महोत्सव दांडी यात्रा के दिन से शुरू हुआ था और 15 अगस्त 2023 तक चलेगा। ‘अमृत महोत्सव’ से जुड़े कार्यक्रम पूरे देश में लगातार हो रहे हैं, अलग-अलग जगहों से इन कार्यक्रमों की तस्वीरें, जानकारियां लोग शेयर कर रहे हैं। कृषि में आधुनिक पद्धतियां समय की जरूरत हैं, हमने पहले ही बहुत समय गंवा दिया है।

एक दीप से जले दूसरा और राष्ट्र रोशन हो हमारा’ – इस भावना पर चलते-चलते हमने ये रास्ता तय किया है। हम लोगों ने देश के कोने-कोने से लोगों से बात की और उनके असाधारण कार्यों के बारे में जाना। आपने भी अनुभव किया होगा, हमारे देश के दूर-दराज के कोनों में भी, कितनी अभूतपूर्व क्षमता पड़ी हुई है। भारत मां की गोद में, कैसे-कैसे रत्न पल रहे हैं।

अमृत महोत्सव दांडी यात्रा के दिन से शुरू हुआ था और 15 अगस्त 2023 तक चलेगा। ‘अमृत महोत्सव’ से जुड़े कार्यक्रम पूरे देश में लगातार हो रहे हैं, अलग-अलग जगहों से इन कार्यक्रमों की तस्वीरें, जानकारियां लोग शेयर कर रहे हैं। भारत के लोग दुनिया के किसी कोने में जाते हैं तो गर्व से कहते हैं कि वो भारतीय हैं। हम अपने योग, आयुर्वेद, दर्शन न जाने क्या कुछ नहीं है हमारे पास जिसके लिए हम गर्व करते हैं गर्व की बाते करते हैं साथ ही अपनी स्थानीय भाषा, बोली, पहचान, पहनावे, खान-पान उसका भी गर्व करते हैं।

ये दिलचस्प है, इसी मार्च महीने में, जब हम महिला दिवस मना कर रहे थे, तब कई महिला खिलाड़ियों ने मेडल्स और रेकॉर्ड अपने नाम किये हैं। देश के अलग-अलग क्षेत्रों में जल्द ही नया साल भी मनाया जाएगा। चाहे उगादी हो या पुथंडू, गुड़ी पड़वा हो या बिहू, नवरेह हो या पोइला बोईशाख हो या बैसाखी – पूरा देश, उमंग, उत्साह और नई उम्मीदों के रंग में सराबोर दिखेगा।

इन सबके बीच, कोरोना से लड़ाई का मंत्र भी जरुर याद रखिए -‘दवाई भी-कड़ाई भी’ उसी प्रकार से हमारे कोरोना वॉरियर्स के प्रति सम्मान, आदर, थाली बजाना, ताली बजाना, दिया जलाना। आपको अंदाजा नहीं है कोरोना वॉरियर्स के दिल को कितना छू गया था वो, और, वो ही तो कारण है, जो पूरी साल भर, वे, बिना थके, बिना रुके, डटे रहे।

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