लेखक की कलम से

शिक्षा का महत्व …

 

शिक्षा मानव    जीवन    मे एकल है ब्रम्हास्र ।

जिसके प्रयोग से मानव कर लेता है संकट पार।।

 

शिक्षा बिना अधूरा जीवन मानव लगता पशु समान।

अच्छे और बुरे में अंतर करना होता है मुश्किल काम।।

 

जोत जलता जब ज्ञान दीप का प्रकाशित होता अंतर्मन।

ज्ञान पुंज की आभा में खिलता दबे विचार जो बैठे मन।।

 

शिक्षा जब अच्छी मिलती तो आदमी गढ़ता एक नया इतिहास।

माता पिता के दिये ज्ञान से इतिहास पुरुष बन जाता खास।।

 

शिक्षा एक साधना  का साधन जिससे हाशिल होता लक्ष्य।

मंजिल जीतना  इसपर होता साधक ने कैसा साधा लक्ष्य।।

 

मोल बड़ा है समाजिक शिक्षा का जिससे बंधता पूरा समाज।

डोर की मजबूती बताता हमने कितना पढ़ा है समाजिक शास्त्र।।

 

शिक्षा के इस ज्ञान प्रकाश में तम हरने का है समर्थ।

मन तक के अंदर तम का हरने का होता समर्थ।।

 

आओ मिलकर हम  फैलाए  अपने ज्ञान दीपक से प्रकाश।

ज्ञान प्रकाश के उस सृखला  से दूर करें जग का अंधकार।।

 

 

©कमलेश झा, फरीदाबाद                                                                

Back to top button