नई दिल्ली

सरकार ने संसद में बताया : देश के 63 जिलों में नहीं है एक भी ब्लड बैंक …

नई दिल्ली । देश के हर जिले में एक ब्लड बैंक स्थापित किए जाने को लेकर उठाए गए या प्रस्तावित कदमों की जानकारी देते हुए मांडविया ने कहा कि नेशनल ब्लड बैंक पॉलिसी के मुताबिक, हर जिले में एक ब्लड बैंक जरूरी है, जबकि इससे भी बचना है कि शहरी और अर्ध शहरी इलाकों में ही ना भरमार हो। यह एक बड़ी नाकामी है कि आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा पाने में अब भी नाकाम है।

देश में कुल 3,500 लाइसेंस प्राप्त ब्लड बैंक हैं, लेकिन 63 जिले ऐसे भी हैं, जहां एक भी ब्लड बैंक मौजूद नहीं हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में यह जानकारी दी।

पॉलिसी में ट्रांसफ्यूजन सर्विस के लिए हब और स्पोक रुख की वकालत की गई है। हब में जहां खून को एकत्रित और प्रोसेस किया जाता है जबकि इन्हें स्पोक्स के जरिए वितरित किया जाता है। ये छोटे ब्लड बैंक या ब्लड स्टोरेज सेंटर होते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने संसद को लिखित जवाब में बताया, ”देश में 63 जिले बिना किसी ब्लड बैंक के हैं।”

मांडविया ने कहा, ”विभिन्न प्रशासनिक वजहों से राज्य सरकारें नई जिलों का गठन करती हैं। हालांकि, ऐसे जिलों में खून की आवश्यकता तो पड़ोसी जिलों से ब्लड स्टोरेज सेंटर्स के जरिए पूरा किया जाता है, जिन्हें कम्युनिटी हेल्थ सेंटर्स और प्राइमरी हेल्थ सेंटर्स में बनाया जाता है।”

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