मध्य प्रदेश

पिता की अच्छी तालीम भी नशे के आगे हो गई बेकार, बेटा बन गया लूटेरा…

ग्वालियर। पिता ने सपना देखा था कि बेटा बड़ा होकर पुलिस ऑफिसर बनेगा, लेकिन नशे ने उसे लुटेरा बना दिया। अच्छी तालीम भी इस नशे के आगे बेकार चली गई। मुरार पुलिस ने एक लुटेरा गैंग का पर्दाफाश किया है। गिरोह का एक सदस्य पुलिस के हाथ लगा है।

जिसका पिता सीआरपीएफ इंस्पेक्टर है। दूसरा फरार आरोपी का पिता स्कूल संचालक है। पकड़े गए लुटेरों ने वारदात करना कुबूल किया है। अच्छे परिवार से होने के बाद भी स्मैक की लत ने दोनों को लुटेरा बना दिया। बात यहां भी खत्म नहीं होती है। लूट करने के बाद चेन या मंगलसूत्र को यह गोल्ड लोन लेने के लिए उपयोग करते थे। इसलिए काफी समय से यह पकड़े भी नहीं जा रहे थे।

एएसपी राजेश डंडौतिया ने बताया कि 27 नवंबर को कल्पना नगर मुरार में एक महिला की चेन लूटी गई थी, तभी से पुलिस उन लुटेरों की तलाश मे थी। टीआई मुरार शैलेन्द्र भार्गव को पता चला कि इस लूट को अंजाम देने वाला एक आरोपी गणेशपुरा मुरार में देखा गया है। इस पर मुरार पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम शैलेन्द्र राणा बताया। उसके पिता CRPF में इंस्पेक्टर है। उसने बताया कि चेन लूट करने बाद IIFL बैंक में गिरवी रख दी थी। वहां से 40 हजार रुपए मिले थे। पुलिस वहां से उस चेन को बरामद कर लाई। लूट में इसके साथ घासमंडी का पीयूष बंसल भी शामिल था। यह एक निजी स्कूल संचालक का बेटा है। पीयूष की मां स्कूल को चलाती है।

पुलिस का कहना है कि दोनों लुटेरे स्मैक के आदी है। स्मैक के लिए यह लूट की वारदात को अंजाम देते थे, हालांकि इनके घरवालों ने इन्हें नशा मुक्ति केन्द्र में एक महीने भर्ती भी करा दिया था, लेकिन इनकी आदतें नहीं सुधरी। नशे की लत लगती है तो बाइक उठाकर निकल पड़ते हैं लूट करने। जबकि दोनों के परिवार वालों ने उन्हें पुलिस ऑफिसर बनाने का सपना देखा था, लेकिन नशे ने लुटेरा बना दिया।

पियूष के बारे में बताया जाता है कि यह शातिर अपराधी है। इंदौर में यह डकैती भी डाल चुका है। जहां से 200 ग्राम सोना और करीब 90 किलो चांदी लूटी गई थी। इस वारदात में इसके और भी साथी थे। पुलिस पता लगा रही है कि यह और किन-किन वारदातों में शामिल थे। पुलिस को आशंका है कि यह बड़ा गिरोह है और इनसे अन्य वारदातों में भी सुराग मिल सकता है।

पकड़े गए बदमाश से पूछताछ के बाद पता लगा कि यह लूटी गई चेन या सोने को किसी सराफा व्यवसायी को नहीं बेचते थे। उनसे पकड़े जाने का खतरा रहता था। इसलिए यह लूटे गए जेवर को बैंक में गिरवी रखकर लोन निकालते थे। सीपी कॉलोनी की महिला से लूटी गई दो तौला की सोने की चेन को लूट के बाद अगले दिन IIFL बैंक में गिरवी रखकर 40 हजार रुपए लोन लिया था। पुलिस ने चेन बरामद कर ली है। एएसपी शहर राजेश डंडौतिया का कहना है कि एक फरार लुटेरे की तलाश की जा रही है।

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