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पूरा प्रदेश जहरीली शराब के अवैध कारोबार के जाल में – कमलनाथ…

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि पूरे मध्यप्रदेश में जहरीली व नकली शराब के कारोबार का जाल फैलता जा रहा है। मंदसौर में 9 लोगों की मौत के बाद इंदौर में भी 5 लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ दिन पूर्व खंडवा व खरगोन में हुई मौतों के पीछे भी जहरीली, नकली व मिलावटी शराब की पुष्टि हो चुकी है। ना मुख्यमंत्री के सपनों का शहर इंदौर सुरक्षित है और ना ही प्रदेश के आबकारी मंत्री का क्षेत्र सुरक्षित है। उज्जैन की घटना के बाद जिस प्रकार जांच दल के नाम पर सरकार ने लीपापोती की थी, वैसे ही लीपापोती मंदसौर शराब कांड के बाद भी जांच दल के नाम पर सरकार कर रही है।

कमलनाथ ने कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से पूछता हूं कि वे बताएं उज्जैन के जांच दल की रिपोर्ट कहां दबा रखी है, उसे सार्वजनिक किया जाए, उसके कितने बिंदुओं पर सरकार ने आज तक अमल किया, यह प्रदेश की जनता को सरकार बताए।’ उन्होंने कहा कि यदि सरकार उस जांच रिपोर्ट के बाद जाग जाती तो इन घटनाओं को रोका जा सकता था, लेकिन जांच तो सिर्फ़ लीपापोती के लिए की गई थी। वैसी ही लीपापोती मंदसौर की जांच रिपोर्ट के नाम पर भी कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री के सपनों के शहर इंदौर में खुलेआम शराब को लेकर गोलियां चल रही हैं, धड़ल्ले से घर-घर में जहरीली शराब बिक रही है। ऐसा लग रहा है कि प्रदेश शराब माफियाओं के हवाले कर दिया गया है। आबकारी विभाग और  पुलिस के संरक्षण में खुलेआम यह व्यापार फल फूल रहा है। सरकार का इन माफियाओं पर कोई नियंत्रण नहीं कर पा रही है।

पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार द्वारा ज़हरीली शराब से हो रही मौतों की घटनाओं को दबाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। मौत आंकड़ों को भी दबाने-छुपाने का काम किया जा रहा है, जो कि बेहद शर्मनाक है। सरकार का कोई भी ज़िम्मेदार इन घटनाओं के बावजूद सुध तक लेने नहीं जा रहा है। मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से पूछता हूं कि आखिर इन बेगुनाह लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है? उज्जैन की घटना के बाद आपने इस तरह की घटनाओं को लेकर अधिकारियों की जवाबदेही तय की थी, क्या आपकी यह घोषणा भी सिर्फ घोषणा ही बनकर रह गई है? क्यों अभी तक मंदसौर, इंदौर, खंडवा, खरगोन की घटनाओं के जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं की गई, क्यों अभी तक जवाबदेही तय नहीं की गई?

कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री जी कहते थे कि माफ़ियाओं को मैं गाड़ दूंगा, टांग दूंगा, लटका दूंगा, अरे माफियाओं को तो हमने हमारी सरकार में गाड़ा था, हमारी सरकार में माफिया प्रदेश छोड़कर भाग गए थे। आपकी सरकार में तो वे गड्ढों से वापस निकल आए हैं और वापस प्रदेश लौट आए हैं। इस सच्चाई को प्रदेश की जनता खुली आंख से देख रही है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि ज़हरीली शराब की इन घटनाओं पर दोषियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज हो, ज़िम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई हो, जवाबदेही तय हो, पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद हो।

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