मध्य प्रदेश

जनता की नब्ज टटोलने 21 को आ रहे हैं मोहन भागवत…

भोपाल। आरएसएस प्रमुख  मोहन भागवत 21 और 22 सितंबर को दो दिन के प्रवास पर इंदौर आ रहे हैं. अपने प्रवास के दौरान भागवत सत्ता और संगठन का फीड बैक लेंगे. इस दौरान वे विभिन्न समाजों के प्रबुद्धजनों से मुलाकात करेंगे और समाज पर सरकार के कामों का असर और उसकी छवि का पता लगाएंगे. वे आरएसएस के अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे. इसमें वे जमीनी स्तर पर किए जा रहे संघ के कामों की समीक्षा करेंगे.

हालांकि, कोरोना गाइडलाइन के चलते मोहन भागवत का यह कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा और न ही कोई बड़ी बैठक होगी. दो दिनों तक वे इंदौर के विशिष्टजनों, शिक्षाविदों और स्टार्टअप करने वाले युवा उद्यमियों से चर्चा करेंगे. गौरतलब है कि इन दिनों युवाओं पर संघ का ज्यादा फोकस है. मध्यप्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में मंहगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दे कितने हावी होंगे, इसका आंकलन भी इन मुलाकातों से किया जाएगा.

संघ प्रमुख के कार्यक्रमों से मीडिया को रखा दूर

इस दौरान बीजेपी के कई बड़े नेता भी उनसे मुलाकात के लिए पहुंच सकते हैं. लेकिन, संघ प्रमुख के प्रवास से मीडिया को दूर रखा गया है. बीजेपी प्रवक्ता उमेश शर्मा के अनुसार सर संघचालक के इस प्रकार के प्रवास संघ की कार्यपद्धति का एक अंग है. इस बार का उनका प्रवास संपर्क पर केन्द्रित रहेगा और वे समाज के विभिन्न वर्गों से संवाद करेंगे. वे प्रबुद्धजनों के साथ ही राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने वाले युवा वर्ग, विशेषकर जिन्होंने नवाचार कर स्टार्टअप शुरू किए हैं, लीक से हटकर समाज को कुछ देने का प्रयास कर रहे हैं, उनसे भेंट करेंगे.

अपनी ही सरकार को घेर रहीं पूर्व सीएम उमा

इधर, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अपनी ही सरकार के खिलाफ डंडा उठाने की तैयारी कर ली है. उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वे 15 जनवरी के बाद सड़कों पर उतरेंगी. उनका कहना है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जनजागरुकता के लिए 6 महीने का समय दिया है. इसके बाद शराबबंदी में सुधार नहीं हुआ तो वे डंडा लेकर सड़कों पर निकलेंगी.

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