छात्र दिवस के रूप में डॉ अम्बेडकर को याद किए डोंगाकोहरौद विद्यालय में
पामगढ़। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डोंगाकोहरौद में 7 नवम्बर को छात्र दिवस के रूप भारत रत्न व संविधान निर्माता बाबासाहेब अम्बेडकर के सम्मान में मनाया। इस अवसर पामगढ़ सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी राकेश सोनी एवं कु. सुचिता भोसले सहायक शिक्षा अधिकारी, कुंजकिशोर प्राचार्य, मालिक राम खरे उपप्राचार्य, विरेन्द्र देवांगन व्याख्याता, रत्ना साहू व्याख्याता, रीना तिवारी व्याख्याता, लता सिंह व्याख्याता उपस्थिति थे। भारत रत्न डॉ. भीम राव अम्बेडकर की तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कु. सुचिता भोसले ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर का शैक्षिक मार्ग बहुत ही रोमांचक है। डाँ. अम्बेडकर भी खुद को एक मानद छात्र मानते थे। इसलिए, उनके स्कूल प्रवेश दिवस को छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
प्रेरणादायक उद्धरण और विचार राकेश सोनी सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी पामगढ़ ने कहा कि हममें से ज्यादातर लोग नहीं जानते कि इस दिन को छात्र दिवस के रूप में क्यों चुना गया। तो यह उसके लिए एक बहुत ही विशेष कारण है। 7 नवंबर 1900 को भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर ने सतारा शहर के राजवाड़ा चौक पर गवर्नमेंट हाई स्कूल (अब प्रताप सिंह हाई स्कूल) में पहली अंग्रेजी कक्षा में प्रवेश लिया और 1904 तक, यानी चौथे कक्षा तक पढ़ाई किया।
महाराष्ट्र सरकार ने इस दिन को छात्र दिवस के रूप में घोषित किया। उसी की तर्ज पर मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में 7 नवम्बर को छात्र दिवस के रूप में मनाया गया। भारत रत्न डाँ. बाबासाहेब अम्बेडकर के प्रेरणादायक विचार रखे। इस कार्यक्रम में छात्रों को डॉ. अम्बेडकर प्रमाण पत्र व प्रशस्ति पत्र दिया गया।
विद्यार्थी दिवस पर भारत रत्न व संविधान निर्माता डाँ. बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर सम्मान में उत्कृष्ट व प्रतिभावन विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। जिनमें 12वीं में कु. बृहस्पति, कु. ज्योति पटेल, कु. उर्मिला, भुनेश्वर प्रसाद कश्यप, कावेरी पटेल, कु. सरिता कश्यप, सुमित्रा धीवर, गीतेश सार्थी एवं 11वी में आशीष श्रीवास, सुखीराम कैवर्त्य, जाँनी बंजारे, कु. लक्ष्मीन कश्यप, दसवीं में सरिता कश्यप, पूजा पटेल, कु. आरती धीवर, प्रभात निराला, कु. सपना, नवमीं से कु. मधु पटेल को पुरस्कृत किया गया।