Uncategorized

कन्या दान ….

कन्या का दान भी करते है और कन्यादान भी करते है ?

कन्या को विदा कर गंगा भी नहाते है

जैसे कोई पाप किया हो …..

कन्या को खाना खिला कर देवी रुप में पूजा भी करते है

और कन्या पैदा होने पर तलाक भी हो जाते है आज की खबर ,खुछ बदला है

कन्याओं तुम ही बदल सकती हो इस विक्रति सोच को ।

तुम्हारे जनने पर तुम्हारी जैसी एक बेटी को खुद से कितना लड़ना पड़ता है अपना घर बचाने के लिये

या बेटी नहीं होगी या एक किसी और की बेटी घर में नहीं रहेगी एक बेटी के लिये कितने चुनाओ।

कन्या खिलाने से क्या कन्या की वलि कम हो रही हैं अपने कर्मो की वलि दो अंहकार की वालि दो स्वार्थ की वलि दो किसी के जीवन की नहीं महसूस करो कन्या सर्वस्व रुप से तुम्हारी खुशियाँ है ।

 

जमाना बदल रहा है बहुत सुनते है रोज

पर जमाना आज भी खड़ा है उसी मोड़ पर

????!

 

 

©शिखा सिंह, फर्रुखाबाद, यूपी 

Back to top button