लेखक की कलम से

सृजन …

सभी संवेदनशील लोगों ईश्वर शक्ति का संचार करें

मां के गर्भ से अंतिम सांस तक चुनौतियों से भिड़ते सभी

पग पग पर आती कठिनाइयों से साहस से जूझते सभी

कोख माता का रहा हमेशा सृजनशीलता का मंदिर

आओ मिलकर अपनी माताजी को चरण स्पर्श करते सभी!

©लता प्रासर, पटना, बिहार                                                            

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