लेखक की कलम से
केमिस्ट्री …
छोटे से कस्बे से आई गिन्नी को म्यूजिक शो के कारण लगभग सभी जानने लगे थे। आज उनके सामने एक लड़का आया जो कि बहुत अच्छा गाता था। उसने कहा भैया मुझे आशीर्वाद दीजिए कि आज मैं भी अच्छे से गाना गा सकूं। तभी म्यूजिक शो वाले ने कहा, इसे भैया मत कहो। इसके बीच अपनी प्यार की केमिस्ट्री दिखाओ भले ही शो में ही सही।
एक दूसरे की आँख में डूबते, झाकते दिखो, आपस में प्रतिस्पर्धा, नोक-झोक, रूठना मनाना।
कोई समझाओ यार इन बच्चों को बस अच्छा गाना कौन देखता है। केमिस्ट्री चाहीए केमिस्ट्री और दोनों बच्चे की आँखों में न जानें क्या था जो झुक गई।
©डा. ऋचा यादव, बिलासपुर, छत्तीसगढ़