लखनऊ/उत्तरप्रदेश

ब्रजेश पाठक होंगे उत्तर प्रदेश के नए डिप्टी सीएम, दयाशंकर सिंह समेत ये चेहरे बन सकते हैं मंत्री ….

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 37 साल बाद इतिहास रच रहे योगी आदित्यनाथ के दूसरी बार यूपी के सीएम पद की शपथ लेने में कुछ ही वक्त बचा है। उससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर हुई एक मीटिंग में कुछ नेताओं की मौजूदगी ने कयासों को तेज कर दिया है। कहा जा रहा है कि वह नए डिप्टी सीएम हो सकते हैं, जो ब्राह्मण बिरादरी के हैं और दिनेश शर्मा की जगह लेंगे। इसके अलावा केशव प्रसाद मौर्य को एक बार फिर से मौके मिलेगा। इनके अलावा मंत्रियों के तौर पर भी कुछ लोगों के नाम चर्चा में हैं। फिलहाल भाजपा की ओर से किसे मंत्री बनाया जाएगा और कौन डिप्टी सीएम होगा, इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है लेकिन कुछ चेहरों को लेकर कयास तेज हो गए हैं। इनमें से ही एक बड़ा नाम ब्रजेश पाठक है, जो लखनऊ कैंट से विधायक बने हैं। आइए जानते हैं, कौन हैं ये नाम…

पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी कहे जाने वाले पूर्व आईएएस अधिकार एके शर्मा भी कैबिनेट का हिस्सा हो सकते हैं। उन्हें दो साल पहले ही विधान परिषद भेजा गया था। पीएमओ में रह चुके एके शर्मा का नाम डिप्टी सीएम के तौर पर भी तैरता रहा है, लेकिन कहा जा रहा है कि अब वह कैबिनेट में शामिल होंगे।

उत्तराखंड के गवर्नर पद से इस्तीफा देकर आगरा ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ने वालीं बेबी रानी मौर्य भी मंत्री बनने की रेस में हैं। उन्हें भाजपा दलित चेहरे के तौर पर प्रमोट करती रही है। यही वजह है कि उन्हें आगरा से चुनाव लड़ाने के साथ ही प्रदेश भर में प्रचार में भेजा गया था।

बीते साल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले जितिन प्रसाद को एंट्री के तुरंत बाद योगी सरकार में मंत्री बनाया गया था। उन्हें एक बार फिर से मंत्री बनाए जाने की अटकलें हैं। वह भी ब्राह्मण समुदाय से आते हैं।

पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने कन्नौज विधानसभा सीट से जीत हासिल की है, जो सपा का गढ़ रही है उन्हें भी मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा ईडी के अफसर रहे राजेश्वर सिंह भी जगह पा सकते हैं। वह सरोजिनी नगर सीट से विधायक चुने गए हैं।

राज्य के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह अहम ओबीसी नेता माने जाते हैं। उन्हें इस बार बड़ा मंत्रालय देकर प्रमोट किया जा सकता है। इसके अलावा दिनेश खटीक, अरुण वाल्मीकि और कल्याण सिंह के पोते संदीप सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है।

चर्चा है कि अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल को भी मंत्री परिषद में जगह दी जा सकती है। अपना दल को इस चुनाव में 12 सीटें मिली हैं। इसके अलावा निषाद पार्टी के संजय निषाद भी मंत्री बनाए जा सकते हैं।

मायावती को लेकर आपत्तिजनक बयान देने वाले दयाशंकर सिंह को 2016 में निलंबित कर दिया गया था। लेकिन अब भाजपा उन्हें मंत्री बनाने की तैयारी में है। इससे पहले उनकी पत्नी स्वाति सिंह को मंत्री बनाया गया था। उन्हें इस बार टिकट ही नहीं मिला था, जबकि दयाशंकर सिंह बलिया से जीते हैं। बता दें कि दयाशंकर सिंह से तलाक का मुकदमा स्वाति सिंह ने एक बार फिर से खुलवा दिया है।

Back to top button