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मुंबई के 251 के जवाब में बिहार ने पांच विकेट खोया

पटना.

बिहार की राजधानी पटना के मोइनुल-हक-स्टेडियम का उद्धार सरकार ने नहीं किया, लेकिन रणजी मुकाबले के साथ इसका सूखा जरूर खत्म हो गया। मुंबई बनाम बिहार मैच का आज दूसरा दिन है। 28वें ओवर में बिहार टीम ने लगातार दो विकट खो दिया। भरोसेमंद खिलाड़ी शाकिबुल गनी 55 गेंद खेलकर 22 बनाकर एलबीडब्ल्यू हो गए। उन्हें मोहित अवस्थी ने आउट किया।

वहीं उनके बाद क्रीज पर आए विपिन सौरभ अपना खाता भी नहीं खोल सके। उन्हें भी मोहित अवस्थी ने आउट किया। भरोसेमंद शाकिबुल खिलाड़ी और आकाश राज एक बड़ी साझीदारी की ओर बढ़ रहे थे लेकिन मोहित अवस्थी ने यह साझेदारी तोड़ दी। आकाश राज 71 गेंद पर 23 रन बनाकर नाबाद हैं। बिहार टीम के पांच खिलाड़ी 77 रन पर ही पवेलियन लौट गए।

गनी और राज पर टिकी सबकी निगाहें
21.2 ओवर में बिहार टीम ने तीन विकेट खोकर 53 रन बना लिया है। भरोसेमंद शाकिबुल खिलाड़ी और आकाश राज एक बड़ी साझीदारी की कोशिश कर रहे हैं। मणिपुर के खिलाफ दोहरा शतक लगाकर मैच जिताने वाले शाकिबुल गनी पर सबकी निगाहें टिकी हैं। वह इस वक्त 33 गेंद पर 9 रन बनाकर खेल रहे हैं। वहीं आकाश राज 44 गेंद पर 13 रन बनाकर नाबाद हैं। 

आठ रन बनाकर बाबुल आउट
बिहार टीम का तीसरा विकेट भी गिर चुका है। बाबुल कुमार को मोहित अवस्थी एनएन खान के हाथों कैच करवाया। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए बाबुल पर सबकी निगाहें टिकी थीं। बाबुल ने 18 गेंदों में आठ रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने दो चौका लगाया। आकाश राज बैटिंग के लिए आए हैं।

चार चौके चमका कर वैभव सूर्यवंशी आउट, 30 रन पर दो विकेट
सीनियर प्लेयर बाबुल कुमार 11 गेंदों में दो चौके की मदद से आठ रन पर हैं, जबकि अंडर 14 प्लेयर वैभव सूर्यवंशी चौके से अपनी पारी चमका रहे थे, लेकिन वह 28 गेंदों में 19 रन बनाकर पवेलियन लौट गए हैं। इसमें चार चौके शामिल हैं। पूरे देश की नजर वैभव पर थी, क्योंकि उन्होंने सचिन तेंदुलकर से भी कम उम्र में बड़े मैच खेलने वाला खिलाड़ी माना जा रहा है।

मुंबई की तरह ही बिहार की बेकार शुरुआत
बल्लेबाजी के लिए उतरी बिहार की टीम ने भी मुंबई की तरह ही बेकार शुरुआत की है। अंतिम समय में मुंबई की बल्लेबाजी थामने वाले मोहित अवस्थी ने गेंदबाजी की शुरुआत में ही बिहार के सरमन निग्रोध को दो रनों के निजी स्कोर पर पवेलियन वापस भेज दिया। वह पांच ही गेंद खेल सके थे। अब पूरा ध्यान 14 साल से कम उम्र में रणजी ट्रॉफी मैच खेलने उतरे वैभव सूर्यवंशी पर है। वैभव नॉन स्ट्राइकर इंड पर खेलने उतरे थे। छह गेंदों में पांच रन बनाकर क्रिज पर हैं। पुराने और विश्वसनीय खिलाड़ी बाबुल कुमार दो गेंदों पर एक चौके के साथ चार रन पर हैं। बिहार का स्कोर अभी 2.4 ओवर में एक विकेट खोकर 11 रन है।

लंच के बाद नहीं टिकी मुंबई की टीम, अब उतरेंगे बिहारी बल्लेबाज
पटना में शनिवार को सुबह 10 बजे तक सूरज के दर्शन नहीं हुए। खराब रोशनी के कारण अटका मैच 11 बजे के बाद शुरू हो सका। मुंबई के स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाने उतरी अंतिम जोड़ी मोहित अवस्थी और रॉयस्थन एच डायस कुछ खास करामात नहीं दिखा सकी। दो चौके जमाकर मोहित मैच में गरमी लाने का प्रयास तो किया गया, लेकिन फिर लंच हो गया। लंच टाइम के बाद दोबारा दोनों बल्लेबाज उतरे तो जरूर, लेकिन लय नहीं बची। एक बल्लेबाज के चोटिल होने के कारण मैच कुछ देर रुका भी रहा। स्कोर बोर्ड में आज 16 रन ही जुड़े। मुंबई की रणजी टीम के अंतिम विकेट के रूप में मोहित अवस्थी को वीर प्रताप सिंह ने कैच आउट कराया। इस तरह पहली पारी में सर्वाधिक पांच विकेट वीर प्रताप के नाम रहे। मुंबई की पूरी टीम पहली पारी में 251 रनों पर वापस पवेलियन लौट चुकी है। अब कुछ देर में बिहार की टीम बल्लेबाजी करने उतरेगी और 300 से ज्यादा रन बनाकर मुंबई के सामने खुद को खड़ा करने की कोशिश करेगी।

क्रम     बल्लेबाज का नाम   रन     गेंद       रन गति
1.     जय बिस्टा                02     14     14.29  
2.     भूपेन लालवानी          65     101     64.36
3.     सुवेद पारकार             50     111     45.05
4.     एसएन खान               01     02     50.00
5.     पीवाई पवार                06     10     60.00
6.     शिवम दुबे                   41     61     67.21
7.     शम्स मुलानी               00     02     00.00
8.     तनुष कोटियन             50     69     72.46
9.    अथर्व विनोद अंकोलकर 15     25     60.00
10.     मोहित अवस्थी          15     42     35.71
11.     रॉयस्थलन एच डायस   02     23     08.70 (नॉट आउट)

लंच ब्रेक तक 247 रन, मोहित ने जड़े दो चौके
पटना में शनिवार को सुबह 10 बजे तक सूरज के दर्शन नहीं हुए। खराब रोशनी के कारण मैच सवा 11 बजे के बाद शुरू हुआ तो मुंबई के मोहित अवस्थी ने दो चौकों के जरिए स्कोर बोर्ड को आगे ले जाने का प्रयास किया। बीच में एक बार रन आउट की स्थिति बनी, लेकिन दोनों बल्लेबाज सुरक्षित रहे। अभी लंच ब्रेक है। अबतक 72 ओवर का खेल हुआ है। मुंबई 247 रनों पर नौ विकेट खोकर आगे का खेल खेलने उतरेगी।

मौसम में सुधार के साथ मुंबई के अंतिम बल्लेबाज उतरे
धूप नहीं निकली, लेकिन रोशनी में सुधार के बाद दोनों टीमों के कप्तानों से राय-मशविरा और अंपायर पी जयपाल और राजीव गोदारा की सहमति के बाद मैच रेफरी अर्जन पाल सिंह ने मैच शुरू कराने का फैसला लिया। मुंबई के अंतिम दोनों बल्लेबाज मोहित अवस्थी और रॉयस्थन एच डायस स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाने के लिए उतर चुके हैं।

खराब रोशनी में प्रैक्टिस का उठा रहे मजा
धुंध के बीच सूरज की रोशनी का इंतजार मोइनुल हक स्टेडियम में मुंबई और बिहार की रणजी टीम अब भी कर रही है। खराब रोशनी के कारण मैच शुरू नहीं हो सका है। दोनों टीमों के प्लेयर तैयार हैं, इसलिए अच्छी रोशनी के इंतजार में खिलाड़ी ग्राउंड पर पहुंचकर टाइमपास के लिए प्रैक्टिस कर रहे हैं। अंपायर पी जयपाल और राजीव गोदारा के साथ मैच रेफरी अर्जन कृपाल सिंह मौसम विभाग की भी जानकारी ले रहे हैं। वह दोनों टीमों के कप्तानों से संपर्क में भी हैं, ताकि खेलने लायक परिस्थिति होने पर बात कर खेल शुरू कराएं।

खराब रोशनी के कारण रुका हुआ है मैच
पटना में शनिवार को सुबह 10 बजे तक सूरज के दर्शन नहीं हुए। खराब रोशनी के कारण मैच सवा 10 बजे तक शुरू नहीं हो सका है। खेल शुरू होता है तो मुंबई के स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाने उतरी अंतिम जोड़ी मोहित अवस्थी और रॉयस्थन एच डायस पर होगी। अंपायर पी जयपाल और राजीव गोदारा के साथ मैच रेफरी अर्जन कृपाल सिंह मौसम के हाल पर नजर रखे हुए हैं और खेलने लायक परिस्थिति होने पर दोनों टीमों के कप्तानों से बात कर खेल शुरू कराएंगे।

बिहार की गेंदबाजी में वीर प्रताप चमके
बिहार के मुकाबले बहुत दमदार बताई जा रही टीम मुंबई को बिहारी कप्तान आशुतोष अमन ने बल्लेबाजी के लिए बुलाया। टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण का फैसला गेंदबाजों ने काफी हद तक सही भी करार दिया। बिहार की ओर से वीर प्रताप सिंह ने 2.91 की औसत से रन देकर 11 ओवर में चार विकेट चटकाए। पिछले सीजन में भी जबरदस्त फॉर्म में रहे सकीबुल गनी ने चार की औसत से रन देकर 15 ओवर में दो विकेट निपटाए। हिमांशु सिंह ने 3.50 की औसत से रन देकर छह ओवर में दो विकेट लिए। कप्तान आशुतोष अमन ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 2.6 की औसत से रन देकर 10 ओवर में एक विकेट हासिल किया।

गेंदबाजों पर दो ही बार भारी पड़े मुंबईकर
बिहार की राजधानी पटना के मोइनुल-हक-स्टेडियम का उद्धार सरकार ने नहीं किया, लेकिन रणजी मुकाबले के साथ इसका सूखा जरूर खत्म हो गया। सदी में पहली बार 5 जनवरी को इस स्टेडियम में रणजी मुकाबला खेलने के लिए टीमें उतरीं। बिहार की टीम को अभ्यास के लिए ग्राउंड नहीं मिलता है, लेकिन उसने मुंबई को दिखा दिया कि उसमें दम तो है। मुंबई की टीम दो ही साझीदारी के जरिए अपनी हालत सुधार सकी, वरना स्कोर और खराब हो सकता था। भूपेन लालवानी और सुवेद पारकर की 91 साझेदारी के पहले विकेट गिरा था, लेकिन इसके बाद विकेटों का गिरना तनुष कोटियन और शिवम दुबे (74 रनों की साझेदारी) के समय ही थमा। इसके बाद फिर विकेट गिरने लगे। कुल मिलाकर, तीन बल्लेबाज दहाई के आंकड़े को नहीं छू सके और एक को डक निपटा दिया गया। भूपेन लालवानी ने 65, सुवेद पारकार ने 50, शिवम दुबे ने 41 और तनुष कोटियन ने 50 रन जोड़कर मुंबई को सम्मानजक स्कोर तक पहुंचाया। मोहित अवस्थी और रॉयस्थलन एच डायस कुछ ही देर में बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे और देखना है कि वह 235 रनों में आगे क्या जोड़ पाते हैं।

अजिंक्य रहाणे के साथ पटना उतरी मुंबई की रणजी टीम को बिहार से कड़ा मुकाबला मिल रहा है। रहाणे प्लेइंग इलेवन में नहीं थे, जिसका मनोवैज्ञानिक फायदा भी बिहार ने उठाया। मुंबई के चार बल्लेबाज ही बिहारी गेंदबाजों के सामने टिक सके। पहले दिन का खेल खत्म होने तक बिहारी गेंदबाजों ने मुंबई के नौ विकेट महज 235 रनों पर निपटा दिए। शनिवार को सुबह अब खेल शुरू होगा। नाइट वाचमैन को जल्दी निपटाकर बिहार की टीम बल्लेबाजी में जौहर दिखाने उतरेगी। सभी की नजर अंडर 14 प्लेयर वैभव सूर्यवंशी पर होगी, हालांकि बिहार के बल्लेबाजी क्रम में कई धाकड़ प्लेयर हैं।

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