लखनऊ/उत्तरप्रदेश

यूपी में चुनाव से पहले भाजपा ने खेला बड़ा दांव, जल्द हो सकता है गठबंधन का ऐलान…

लखनऊ। विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा दांव खेल दिया है। भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान और सह-प्रभारियों के साथ दो दिन तक चली लंबी बैठक के बाद निषाद पार्टी से गठबंधन कर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया है। आज दोपहर में चुनाव प्रभारी प्रेस कांफ्रेंस कर चुनावी रणनीति का खुलासा कर सकते हैं साथ ही निषाद पार्टी से गठबंधन का ऐलान भी कर सकते हैं।

 

दरअसल, गुरुवार की रात सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर कोर कमेटी की बैठक हुई। इसमें योगी, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, दोनों उप-मुख्यमंत्री और संगठन मंत्री सुनील बंसल मौजूद थे। कहा जा रहा है कि कोर कमेटी की इस बैठक में निषाद पार्टी के साथ गठबंधन पर चर्चा हुई है।

 

कोर कमेटी की बैठक में निषाद पार्टी को गठबंधन के साथ ही विधान परिषद की खाली 4 सीटों में से एक सीट देने पर सहमति बनी है। इस ऐलान से पहले आज भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बीच मुलाकात होगी।

 

लखनऊ में हुई बैठक की चुनाव प्रभारी और सह प्रभारियों की मंथन के बाद रिपोर्ट तैयार होगी, जिसे केंद्रीय नेतृत्व को सौंपा जाएगा। पार्टी के सभी चुनाव सह-प्रभारियों ने चुनावी तैयारियों को लेकर अपने-अपने क्षेत्र की रिपोर्ट चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान को सौंपेंगे। धर्मेंद्र प्रधान यह रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को देंगे। इसी रिपोर्ट के आधार पर आगे की चुनावी रणनीति तैयारी की जाएगी।

 

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के चुनाव प्रभारियों ने रोड मैप तैयार किया है। सभी 6 सह-प्रभारी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। पार्टी के पदाधिकारियों के साथ ही जिला समन्वय समिति, जिला चुनाव संचालन के साथ बैठक करेंगे। उसी विधानसभा में प्रवास करेंगे।

 

सरकार की तरफ से नामित आयोग, निगम और बोर्ड के सदस्यों और अध्यक्ष के साथ भी बैठक करेंगे। उन्हें चुनाव से जुड़ी जिम्मेदारी भी सौंपेंगे। 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले महा जनसंपर्क अभियान को सफल बनाने की रणनीति भी बनाई है।

 

भाजपा और निषाद पार्टी के एक साथ आने से पूर्वांचल में स्थिति मजबूत होगी। गंगा के किनारे वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाके में निषाद समुदाय की अच्छी-खासी आबादी है। वर्ष 2016 में गठित निषाद पार्टी का खासकर निषाद, केवट, मल्लाह, बेलदार और बिंद बिरादरियों में अच्छा असर माना जाता है। गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, जौनपुर, संत कबीरनगर, बलिया, भदोही और वाराणसी समेत 16 जिलों में निषाद समुदाय के वोट जीत-हार में बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। संजय निषाद दावा करते हैं कि प्रदेश की 100 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर निषाद वोट जिताने या हराने की ताकत रखता है।

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