अमित जोगी की धमकी- मरवाही क्षेत्र में बिजली कटौती 3 दिनों में बंद नहीं हुई तो आमरण अनशन पर बैठूंगा …
रायपुर। मरवाही में बिजली कटौती ने विकराल रूप धारण कर लिया है। 24 घंटों में मात्र 2-3 घंटे ही बिजली रहती है। जितना राज्य सरकार का पूरे छत्तीसगढ़ में कोरोना से लड़ने के लिए कुल बजट है, उस से 4 गुना ज़्यादा की तो वो अकेले मरवाही में मेरे पिता के स्वर्गवास के बाद- घोषणाएँ कर चुकी है। इन चुनावी घोषणाओं का क्या मतलब जब सरकार यहाँ के लोगों को बिजली जैसी मूलभूत सुविधा देने में विफल है? मुख्यमंत्री खुद बिजली विभाग के भी मंत्री हैं लेकिन पिछले 20 सालों में मरवाही में कभी भी इतना अंधेरा नहीं छाया है।
अगर अगले 3 दिनों में मरवाही में बिजली कटौती बंद नहीं होती है तो मैं अपने पारिवारिक शोक; कल ही मेरे बड़े पापा का कोरोना से निधन हुआ है, की सारी रस्मों और होम आयसोलेशन, दोनों को तोड़कर आमरण अनशन पर बैठूंगा।
ज्ञात हो कि मरवाही क्षेत्र के लोग बिजली कटौती से परेशान हैं और आए दिन यहां मेंटनेंस और फाल्ट के नाम से बिजली ही बन्द रहती है। फिर चाहे कोई मंत्री आया हो या कोई बड़ा अधिकारी। बिजली विभाग के अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।