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एलन की छात्रा काव्या चोपड़ा मृदुल अग्रवाल व जेनिथ मलहोत्रा ने रचा इतिहास, जेईई मेन्स में रहे टॉप पर ….

कोटा (राजस्थान) । जेईई मेन में पहली बार 300 में से 300 परफेक्ट स्कोर हासिल कर इतिहास रचने वाली छात्रा काव्या आईआईटी मुमबई से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहती है। काव्या पहली छात्रा है जिसने जेईई मेन परीक्षा में पूरे में से पूरे अंक हासिल किए हैं। मैंने फरवरी अटैम्प्ट में मैंने 99.97 परसेन्टाइल स्कोर किए थे लेकिन मेरा टारगेट 99.98 परसेन्टाइल से ज्यादा स्कोर करने का था, इसलिए मैंने जेईई मेन मार्च अटैम्प्ट दिया था।

पहले अटैम्प्ट में फिजिक्स और कैमिस्ट्री पर ज्यादा फोकस किया था। फिर भी कैमिस्ट्री में कम माक्र्स आए थे। इसके बाद मैंने 15 दिनों के अंतराल में कैमिस्ट्री पर ज्यादा ध्यान दिया और मार्च अटैम्प्ट दिया। मैंने 10वीं कक्षा 97.6 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की है। 11वीं कक्षा में एनएसइए और 9वीं कक्षा से लगातार आरएमओ क्वालिफाइड कर रही हूं। 10वीं कक्षा में आइएनजेएसओ क्वालिफाइड करने के बाद होमी जहांगीर भाभा सेंटर, मुम्बई में आयोजित कैम्प में शामिल हुई थी। आईओक्यूपी, आईओक्यूसी और आईओक्यूएम तीनों क्वालिफाइड कर चुकी हूं। मैं रोजाना 7-8 घंटे सेल्फ स्टडी करती हूं और तीनों सब्जेक्ट्स को बराबर समय देती हूं। कोचिंग के लिए कोटा जैसा माहौल, बेस्ट पीयर ग्रुप और कम्पीटिशन देश में कहीं नहीं है, इसलिए मैंने जेईई की तैयारी के लिए कोटा आने का निर्णय लिया। एलन में अनुभवी फैकल्टीज है जो पूरा सपोर्ट करती है। भविष्य में आईआईटी मुम्बई सीएस ब्रांच से बीटेक करने के बाद सोफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हूं। परिवार मूलरूप से दिल्ली में निवास करता है। पिता इंजीनियर हैं तो मेरी भी रूचि इंजीनियरिंग में थी। मैथ्स और फिजिक्स पसंद है इसलिए जेईई में जाना तय किया।

 

एलन के सपोर्ट से लॉकडाउन में भी मिला फायदा: मृदुल अग्रवाल

300 में से 300 स्कोर व 100 पर्सेन्टाइल स्कोर करने वाले मृदुल अग्रवाल ने फरवरी जेईई-मेन के बाद मार्च में भी 100 पर्सेन्टाइल प्राप्त किया है। फरवरी में परफेक्ट स्कोर करने से बचे मृदुल ने इस परीक्षा में पूरे में से पूरे अंक भी प्राप्त किए। समय का सदुपयोग करने की कोशिश करने वाले मृदुल अग्रवाल ने कहा कि मैं पिछले तीन साल से एलन में पढ़ रहा हूं। 100 पर्सेन्टाइल को लेकर कोशिश की थी, जो सफल रही। मैं रोजाना का टारगेट लेकर पढ़ाई करता हूं और उस दिन वो टॉपिक खत्म करके ही सोता हूं, सुबह की भी तैयारी रहती है कि अगले दिन क्या पढ़ाई करनी है। रोजाना 6 से 8 घंटे सेल्फ स्टडी हो जाती है। लॉकडाउन के चलते पिछले दिनों मुझे लाभ हुआ। घर बैठकर ही पढ़ाई की, ऑनलाइन से बहुत लाभ हुआ। इसके साथ ही एलन से ऑनलाइन पढ़ाई में अन्य स्टूडेंट्स का साथ मिला तो डाउट इंटरेक्शन और बढ़ गया। अब जेईई-एडवांस्ड का टारगेट है और आईआईटी मुम्बई से कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहता हूं। पापा प्रदीप अग्रवाल एक प्राइवेट फर्म में अकाउंट्स मैनेजर हैं। वहीं मां पूजा अग्रवाल गृहिणी हैं। मुझे पूरे साल मां और टीचर्स ने पढ़ाई के लिए खूब मोटिवेट किया। मूवीज देखना अच्छा लगता है। कक्षा 10 में सीबीएसई बोर्ड में 98.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहता हूं। परिवार मूलतः जयपुर निवासी है।

 

कोटा में बेस्ट पीयर ग्रुप मिलता हैः जेनिथ मल्होत्रा

राजस्थान के श्रीगंगानगर का निवासी हूं और पिछले दो साल से एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट कोटा से जेईई की तैयारी कर रहा हूं। लाकडाउन के समय घर पर रहकर आॅनलाइन पढ़ाई की थी। इस वर्ष आफलाइन क्लासेज शुरू होने पर कोटा आया था। कोटा के कोचिंग संस्थानों के रिजल्ट्स काफी अच्छे थे और यह शहर मेरे लिए नजदीक था, इसलिए मैंने जेईई की तैयारी के लिए कोटा आने का निर्णय लिया। जेईई मेन फरवरी अटैम्प्ट में 99.99 परसेन्टाइल स्कोर किए थे लेकिन, एडवांस की मजबूत तैयारी के लिए मैंने मार्च अटैम्प्ट भी देने का निर्णय लिया। 10वीं कक्षा 98 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की थी। प्रतिदिन 5-6 घंटे सेल्फ स्टडी को देता हूं। रोजाना क्लास में दिए जाने वाला होमवर्क पूरा करता हूं। क्योंकि इससे डाउट्स सामने आते हैं। बिना डाउट्स क्लीयर किए अगले दिन की क्लास में बैठने का कोई मतलब नहीं रहता। टाइम मैनेजमेंट के साथ स्ट्रेटेजी बनाकर पढ़ाई करता था ताकि तीनों विषयों को बराबर समय दे सकूं। बड़ी बहिन बीटेक करने के बाद डेलाइट कंपनी में सेवाएं दे रही है। मैं जेईई एडवांस्ड क्रेक करने के बाद आईआईएससी बैंगलुरु में एडमिशन लेना चाहता हूं।

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