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पंजाब के बाद कर्नाटक में भी खींचतान, सीएम कैंडिडेट पर सिद्धारमैया ने दिया यह जवाब …

मैसूर। कांग्रेस पार्टी इन दिनों आंतरिक झगड़ों का सामना कर रही है। पंजाब का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि कर्नाटक में दो कद्दावर नेताओं की बीच मनमुटाव की खबरें सामने आने लगी है। हालांकि यही घमासान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में भी देखने को मिली है। भाजपा में कलह अब भी जारी है जिसे शीर्ष मैनेजमेंट ने मीडिया में आने से फिलहाल रोक रखा है।

विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने गुरुवार को कहा कि 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने पार्टी की राज्य इकाई में मूल निवासी बनाम प्रवासियों की किसी भी विभाजन को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, “अभी (अगले सीएम उम्मीदवार पर) कोई चर्चा नहीं हुई है, कांग्रेस में इस तरह की कोई चर्चा नहीं हुई है। चुनाव अभी एक साल-दस महीने दूर है। चुनाव के बाद नए विधायक आएंगे। उनकी राय के आधार पर उनकी राय के आधार पर आलाकमान नेतृत्व तय करेगा। अभी चर्चा क्यों करें?”

मैसूर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, कांग्रेस में मूल निवासी बनाम प्रवासियों का कोई मुद्दा नहीं है। मूल निवासी बनाम प्रवासियों के बारे में बातचीत पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “…मैं बाहर से कांग्रेस में आया, क्या मैं मुख्यमंत्री नहीं बना? फिर मूल निवासी या प्रवासियों की बात कहां है? पार्टी में ऐसी कोई बात नहीं है।”

आपको बता दें कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ की पार्टी जद (एस) से निकाले जाने के बाद सिद्धारमैया 2006 में अपने अनुयायियों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2013 में वह मुख्यमंत्री बने। इन दिनों 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान सीएम चेहरे के मुद्दे ने पार्टी के भीतर दरार बढ़ा दी है। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और विधायक दल के नेता सिद्धारमैया के बीच एकतरफा खेल शुरू हो गया है।

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